मंदसौर। (साहिल अगवान) मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियां अभी से शुरू हो गईं हैं. एमपी में 7 दिसंबर 2023 को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो जाएगा. राज्य में जहां एक तरफ बीजेपी पूरे जोर-शोर के साथ कार्यक्रमों और योजनाओं का ऐलान कर रही है और सीएम शिवराज सिंह चौहान दिन-रात मेहनत कर रहे हैं तो वहीं कांग्रेस अभी से उम्मीदवारों पर विचार कर रही है. प्रदेश में मिली हुई सत्ता जाने के बाद इस बार कांग्रेस की पूरी कोशिश है कि पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाए. पार्टी ने उम्मीदवारों को टिकट देने के लिए भी फॉर्मूला बना दिया है.

मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में इस समय कांग्रेस के 96 विधायक हैं, जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी के पास 126 विधायक हैं. 4 निर्दलीय विधायक हैं, जबकि दो बसपा और एक सपा का विधायक है. खबर है कि कांग्रेस इस बार एमपी में करीब 80 वर्तमान विधायकों को टिकट दे सकती है, जबकि 20 विधायकों के टिकट काटे जा सकते हैं.। अगर बात करे मंदसौर की तो जिले की किसी भी विधानसभा पर कांग्रेस का कब्जा नही हे। भाजपा वापस अपना कब्जा बरकरार रखने की कोशिश में हे। सर्वे में हार रहे विधायको की जगह नया चेहरा उतरने का प्लान तैयार कर रही हे। चुनावी समर को लेकर विभिन्न राजनीतिक पाटियों से जुड़े नेता अपनी दावेदारी मजबूत करने में लगे हैं। इनमें कुछ दावेदार ऐसे भी है जो पूर्व में चुनाव लड़ चुके हैं। या इस वर्ष प्रथम बार दावेदारी कर रहे हैं। कुछ ऐसे भी है जो पार्टी हाईकमान के सम्मुख दोबारा अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। हालांकि इनकी दावेदारी इनके कार्यकाल और कार्यों के आधार पर तय होना है। माही न्यूज़ ने गरोठ विधानसभा क्षेत्र से ऐसे संभावित दावेदारों की सूची तैयार की है साथ ही यह जानने का प्रयास भी किया है कि इनकी दावेदारी कितनी मजबूत है। जिसके बारे में हम आगे के लेखों में बात करेंगे। अगर बात करे की गरोठ भानपुरा में अब तक कोन कोन विधायक रहा है तो वर्ष 1952 बापूलाल चौधरी, 1957 विमलकुमार चौरडिय़ा, 1962 मोहनलाल सेठिया, 1967 मोहन लाल सेठिया, 1969 माणकलाल अग्रवाल, 1972 कस्तूरचंद चौधरी, 1977 रघुनंदन शर्मा, 1980 मोहनलाल सेठिया, 1985 सुभाषकुमार सोजतिया, 1990 राधेश्याम मांदलिया, 1993 सुभाषकुमार सोजतिया, 1998 सुभाषकुमार सोजतिया, 2003 राजेश यादव, 2008 सुभाषकुमार सोजतिया, 2013 राजेश यादव, 2016 चंदरसिंह सिसोदिया, 2018 देवीलाल धाकड़, 2023 की बात करे तो उसके लिए हम अगली खबर में हर दावेदार के बारे में विस्तृत से बात करेंगे। 1952 से लेकर 2018 तक पूर्व मंत्री सुभाष कुमार सोजतिया सबसे ज्यादा बार चुनाव लडने वाले व्यक्ति है। श्री सोजतिया 8 बार विधानसभा चुनाव लडे हे। जिसमे 4 बार चुनाव जीते तो 4 बार हार का सामना करना पड़ा। अगर बात करे सबसे कम विधायक कार्यकाल की तो वो चंदरसिंह सिसोदिया का रहा है। 2016 में उपचुनाव जीत विधायक बने श्री सिसोदिया 2018 चुनाव में भाजपा ने चेहरा बदल कर श्री धाकड़ को टिकिट दे दिया था। श्री धाकड़ वर्तमान विधायक हे। 2023 के दावेदारों की बात करे तो भाजपा से 10 तो कांग्रेस से 5 नाम क्षेत्र में हे जिन्होंने किसी ना किसी मध्यम से अपनी दावेदारी पेश की हे। सभी नमो से माही न्यूज़ आपको जल्द रूबरू कराएगा।
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