योजनाओ एवं वादों मै सिमट कर रह गया भानपुरा की जीवनदायनी रेवा नदी का शुद्धिकरण
भानपुरा क्षेत्र की जीवनरेखा कही जाने वाली रेवा नदी का शुद्धिकरण सिर्फ चुनावी वादों एवं योजनाओ मै ही सिमट कर रह गया | वर्षो से नगर भानपुरा एवं आप पास के क्षेत्र की प्यास बुझाने वाली मा रेवा नदी गंदे नाले मै तब्दील हो गई | रेवा नदी का शुद्धिकरण क्षेत्र के जनप्रतिनिधिया द्वारा लगातार वर्षो से अपने चुनावी घोषणा पत्र के वादों मै ही सिमट कर रह गया वंही जिम्मेदार अधिकारियो द्वारा रेवा नदी के प्रति आंखे मुंद लेने एवं उदासीनता बरतने से नगर के गंदे नाले एवं घरो से निकलने वाले मल मूत्र से रेवा नदी पूरी तरह प्रदूषित हो चुकी है | जिससे नदी किनारे पर बने रहवासी इलाको मै दुर्गन्ध होने से लगातार बीमारिया बढने का डर बना रहता है, नगर के शिखर से उद्गम हुई मा रेवा नदी वर्षो से पुरे नगर की प्यास बुझाती आ रही है वही नगर मै प्रवेश करते के साथ नगर के गंदे नाले मिलने से नदी एक बड़े गंदे नाले मै तब्दील हो जाती है आखिरकार जिम्मेदार कोन स्थानीय नगर निवासी जो स्वच्छ नगर की चाह मै स्थानीय निकाय को चुनते है या वो राजनितिक दल जो मात्र चुनाव मै वादों की झड़ी लगाकर वोट मागते है या वो जिम्मेदार अधिकारी जो सब कुछ जान कर योजनाओ का क्रियानवन नहीं कर पाते | लगातार प्रदूषित हो रही रेवा नदी के शुद्धिकरण हेतु शासन एवं नगरीय प्रशासन को इस और ध्यान देना चाहिए ताकि नगर वासी एवं आस पास रहने वाले रहवासी प्रदूषित नदी से होने वाली बीमारियों के संक्रमण से बच सके |

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