गरोठ-- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा नागदा को जिला बनाये जाने कि घोषणा के साथ ही गरोठ क्षेत्र वासियों में नाराजगी का गुबार फुट पड़ा, क्योंकी गरोठ क्षेत्रवासियों की ज्वलंत एवं बहुप्रतीक्षित मांग गरोठ जिला बनाए जाने को लेकर काफी लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है, 14 सितंबर 1992 से लेकर आज तक गरोठ क्षेत्रवासी अपनी लंबित मांग गरोठ को जिला बनाए जाने को लेकर लगातार धरना आंदोलन प्रदर्शन करते आ रहे हैं, पीड़ित व्यक्तियों ने आंदोलन के दौरान कई अत्याचार, यातनाएं सही, पुलिस कि बरर्बता के शिकार भी हुए, जेल भी गए, आज भी जब बादलों का जोर होता है, जिला आंदोलनकारियों का बदन दर्द से अकड़ा जाता है, और इन जिला आंदोलनकारियों में आज भी एक ऐसा शख्स मौजूद हैं, जिसकी पहली और आखिरी तमन्ना गरोठ जिला बनना हि है, मगर अभी तक इस मांग पर कोई सुनवाई नहीं हो पाई है, और जनप्रतिनिधियो का भी इस ओर ध्यान दिलाने को लेकर कई बार निवेदन, आवेदन ज्ञापन दिए जा चुके हैं।गरोठ जिला घोषित होने पर क्षेत्र में विकास के बहुआयाम स्थापित होंगे, क्योंकि गरोठ एट लाइन दिल्ली मुम्बई राष्ट्रीय राजमार्ग से सीधा जुड़ गया है, और फोरलेन के लिए भी रोड प्रस्तावित होकर बनने जा रहा है, साथ ही गरोठ नगर में नवीन तहसील, एसडीएम कार्यालय भी बनने कि प्रगति पर अग्रसर है। गरोठ जिला बनने से यहां पर कई उद्योग धंधे स्थापित होंगे, और बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा। गरोठ जिला बनने से मंदसौर जिला मुख्यालय कि दुरी 105 किलोमीटर दूर है,वह दूरी भी कम हो जाएगी, भानपुरा, भैसोदा, गांधी सागर के निवासियों को अपने शासकीय और अन्य कार्यों के धन समय खर्च कर175 किलोमीटर मंदसौर जाने कि आवश्यकता नहीं पड़ेगी। अभी कुछ माह बाद सन् 2023 में विधानसभा चुनाव का शंखनाद होने वाला है। राजनीतिक विश्लेषको का मानना है, कि अगर क्षेत्र के जागरूक जनप्रतिनिधि और विधायक देवीलाल धाकड़ विधानसभा चुनाव से पहले में गरोठ को जिला घोषित करवाने में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे तो उनका यह विधायक कार्यकाल स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। और क्षेत्रवासियों के लिए
लिए एक अनमोल उपलब्धि होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी चाहिए कि गरोठ क्षेत्र वासियों कि जनभावना का ध्यान रखते हुए गरोठ को भी अतिशीघ्र जिला बनाये जाने कि घोषणा करना चाहिए। नागदा जिला घोषित तो गरोठ क्यों नहीं---?
लिए एक अनमोल उपलब्धि होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी चाहिए कि गरोठ क्षेत्र वासियों कि जनभावना का ध्यान रखते हुए गरोठ को भी अतिशीघ्र जिला बनाये जाने कि घोषणा करना चाहिए। नागदा जिला घोषित तो गरोठ क्यों नहीं---?

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