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Friday, March 10, 2023

महिला बाल विकास अधिकारी श्रीमती गुप्ता को पद से हटाने के मामले में ज्ञापन सौंपा.....

भानपुरा । गुरुवार 9 मार्च को महिला बाल विकास अधिकारी मंजू गुप्ता की कार्यप्रणाली को लेकर भानपुरा तहसील की लगभग 80 से अधिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं तथा पर्यवेक्षकों द्वारा ज्ञापन सामूहिक रूप से तहसीलदार भानपुरा नागेश पंवार को सौंप कर मंजू गुप्ता की मनमानी, वेतन मानदेय काटने एवं प्रताड़ित किए जाने, चपरासी का कार्य करवाने एवं एवं मुख्य कार्यालय भानपुरा से टेबल कुर्सी हटाने का आरोप लगाया गया। ज्ञापन तहसील कार्यालय भानपुरा में सौंपा गया। हस्ताक्षरित ज्ञापन में लिखा गया कि पदस्थ पर्यवेक्षक मंजू गुप्ता के पास परियोजना भानपुरा का प्रभार है जो कि विगत 9 वर्षों से पदस्थ है। इनका व्यवहार समस्त कर्मचारियों के प्रति अनैतिक व अमानवीय है, इनके द्वारा कार्यकर्ता और सहायिका को बिना सूचना दिए 6 माह तक का मानदेय कटोत्रा कर दिया जाता है, तथा कार्यकर्ताओं को बिना बताए 1 माह तथा 15 से 20 दिन तक का कटोत्रा भी कर दिया जाता है। जिसमें पर्यवेक्षक की अनुशंसा नहीं होती है। जब कार्यालय में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका काटे गए मानदेय के संबंध में पूछती है या बात करने जाते हैं तो, हमारे साथ अभद्र व्यवहार कर भगा दिया जाता है, जिससे कार्यकर्ताओं सहायिकाओं को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है तथा मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। कार्यालय में चपरासी होने के बावजूद भी चपरासी के जैसे कि ताला लगाना, खोलना एवं साफ-सफाई जैसे कार्य को करने के लिए कहा जाता है। ज्ञापन में लिखा है कि दो-दो सेक्टर होते हुए भी हमारे सेक्टर की विकास यात्रा के साथ-साथ मंजू गुप्ता के सेक्टरों में भी विकास यात्रा में ड्यूटी लगाई गई। जबकि नियमानुसार हमारे द्वारा विकास यात्राओं में उपस्थिति दी गई, इसके बावजूद भी मंजू गुप्ता द्वारा झूठा पत्राचार किया गया। विकास यात्रा में अनुपस्थित रहने पर हमारा फरवरी 2023 का वेतन आहरण नहीं किया जाए तथा विधायक, जिला कार्यक्रम अधिकारी व संभागीय आयुक्त से मार्गदर्शन मांगा गया। ज्ञापन में आगे लिखा गया कि 6 मार्च को इनकी प्रताड़ना और अत्याचार से सीमा इतनी बढ़ गई कि हमारी बैठक व्यवस्था की टेबल कुर्सी तक हटा दी गई और यह कहा गया कि कार्यालय में आए तो नीचे बैठ कर कार्य करें या फिर कार्यालय में आये ही नहीं, इस कारण से हम कार्य नहीं कर पातें हैं वे ये कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर देती है, हमें नौकरी से निलंबित करवाना चाहती है। मंजू गुप्ता के संबंध में कार्य के प्रति अनैतिकता,अनुशासनहीनता के अलावा अनेक बिंदु है जिसका उल्लेख यहां नहीं किया जा सकता है।
परियोजना कार्यालय से टेबल कुर्सी हटा दिए जाने के कारण हम कार्यालय में कार्य कैसे कर सकते हैं, ज्ञापन में मांग की गई कि परियोजना अधिकारी मंजू गुप्ता का परियोजना अधिकारी का प्रभार शीघ्र अति शीघ्र में अभिलंब हटाया जावे व योग्य एवं वरिष्ठ कर्मचारी भानपुरा पदस्थ किया जाए व किसी भी अन्य परियोजना की वरिष्ठ शिक्षक को प्रभार सौंप कर यहां पदस्थ करने का कष्ट करें व इस अत्याचार और प्रताड़ना से हमें मुक्त करें। ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में राजलक्ष्मी हाड़ा, ज्योति बाई, लाड़ कुंवर, प्रेमलता , संतोष बाई, राधा, मंजू बैरागी, हेमलता, ताराबाई, मान कुंवर, कौशल्या बाई, गायत्री टेलर,भागवती गोस्वामी, सीमा भारती, संतरा बाई,ममता बैरागी सहित 80 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं व पर्यवेक्षकों के हस्ताक्षर हैं। जानकारी के अनुसार काफी समय पूर्व में भी सेक्टर भानपुरा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा अभद्र व्यवहार को लेकर परियोजना प्रभारी मंजू गुप्ता के खिलाफ ज्ञापन सौंपा गया था। वही श्रीमती गुप्ता ने आरोपों को निराधार बताया उन्होंने कहा कि 
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं व पर्यवेक्षकों की अनेक अनियमितताएं सामने आई, मेरे खिलाफ आरोप निराधार है।
अगर बात करे महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी की तो लगभग 2016 से कोई स्थायी परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास में नही आया महिला बाल विकास के साथ कई विभाग ऐसे जो कई समय से प्रभारियों के भरोसे चल रहे हैं। 

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