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Wednesday, April 16, 2025

पोषण पखवाड़ा अंतर्गत ढाबला गुर्जर आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 2 पर पर्यवेक्षक रीना झिंजोरिया द्वारा पोषण पखवाड़ा अंतर्गत गर्भवती धात्री महिलाओं को जीवन के प्रथम 1000 दिवस के महत्व के बारे में जानकारी दी गई

महिला बाल विकास विभाग गरोठ द्वारा पोषण पखवाड़ा अंतर्गत समस्त आंगनवाड़ी केंद्रों पर 8 अप्रैल से 22 अप्रैल तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा हे । इसी क्रम में आज ढाबला गुर्जर आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 2 पर पर्यवेक्षक रीना झिंजोरिया द्वारा पोषण पखवाड़ा अंतर्गत गर्भवती धात्री महिलाओं को जीवन के प्रथम 1000 दिवस के महत्व के बारे में जानकारी दी गई । गर्भावस्था से लेकर बच्चे के जन्म से 2 वर्ष के होने तक के दिवसों को 1000 दिवस कहते हे । इस दौरान गर्भवती महिला को अपने पोषण एवं स्वास्थ्य की अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता होती हे ।4 प्रसव पूर्व जांच , आयरन फोलिक एसिड एवं कैल्शियम की गोलियां लेना आवश्यक हे । गर्भवती महिला का नियमित वजन बढ़ना चाहिए एवं प्रसव संस्थागत होना चाहिए । यह समझाया गया । बच्चे के जन्म के तुरंत बाद एक घंटे के भीतर स्तनपान करवाना चाहिए , 6 माह तक केवल स्तनपान एवं 6 माह उपरांत 2 वर्ष के होने तक स्तनपान के साथ ऊपरी आहार बच्चे को देना चाहिए । 
सीसेम अंतर्गत सेम मेम बच्चों को एनआरसी एवं समुदाय आधारित प्रबंधन की जानकारी दी गई ।केंद्र पर बालक गोपाल का अन्नप्राशन मंगल दिवस मनाया गया। केंद्र पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कांता दानगढ़ एवं महिलाएं एवं बच्चे उपस्थित रहे ।

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