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Friday, August 16, 2024

पंचशील विद्यालय में स्वतंत्रता दिवस समारोह


समारोह की शुरुआत सुबह 9 बजे विद्यालय के मैदान में हुई, जहां सभी छात्र, शिक्षक, और अन्य स्टाफ सदस्यों द्वारा मुख्य अतिथियो का स्वागत किया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों मे श्रीमान श्री निवास  गुप्ता(वरिष्ठ शिक्षाविद उज्जैन), हरिवललभ  धनोतिया (अध्यक्ष पोरवाल समाज गरोठ), सुरेश  मालवीय (अध्यक्ष मालवीय समाज गरोठ)और   निर्भयराम  पाटीदार ( पुर्व जिलाध्यक्ष पाटीदार समाज)के पावन आगमन ने कार्यक्रम को गौरवान्वित किया। मुख्य अतिथियों तथा प्राचार्या  श्रीमती उषा पाटीदार ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। ध्वज फहराते ही पूरा विद्यालय 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम्' के नारों से गूंज उठा। इसके पश्चात, सभी ने मिलकर पूरे सम्मान और श्रद्धा के साथ राष्ट्रीय गान 'जन गण मन' गाया। इस दौरान सभी के चेहरों पर देशभक्ति की भावना साफ झलक रही थी विद्यालय के निदेशक  मनोहर  पाटीदार,  एम एल कुशवाह, नरेंद्र  धनोतिया, हेमंत  पाटीदार, हेमंत  कुशवाह, और डा  सुमंत  कुशवाह की पावन उपस्थिति ने कार्यक्रम को शोभित किया और विद्यार्थियो का उत्साह वर्धन किया साथ हि कार्यक्रम मे पधारे अभिभावक व आजाद प्रेस क्लब गरोठ  अध्यक्ष दीपक मादलिया कोषाध्यक्ष मनोज राव राकेश ग्वाला सहसंपादक संस्कार-दर्शन सतीश शर्मा, व्यवस्थापक संस्कार-दर्शन हैदर अली मंसूरी का स्वागत संस्था संचालकगण द्वारा किया।इसके बाद प्राचार्य  ने स्वागत भाषण के साथ साथ स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर एक प्रेरणादायक भाषण दिया। उन्होंने कहा कि यह दिन हमें उन वीर सेनानियों की याद दिलाता है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें स्वतंत्रता दिलाई।  कार्यक्रम के विशेष अतिथि  श्री नरभेरामजी पाटीदार द्वारा विद्यार्थियों को देशभक्ति के आदर्शों पर चलने और मातृभूमि के प्रति अपने कर्तव्य को पूरा करने के लिए से प्रोत्साहित किया गया। विद्यालय के निदेशक  मनोहर  पाटीदार द्वारा  विधार्थियो को शिक्षको के मार्गदर्शन मे पढ़ाई के साथ साथ देशहित मे सेवा की भावना हेतु प्रेरित किया।   संचालक  हेमंत  पाटीदार  ने महात्मा गांधी, भगत सिंह, और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनकी संघर्षपूर्ण यात्रा हमें सच्चाई, अहिंसा, और सत्यनिष्ठा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है।संचालक  डॉ सुमन्त  कुशवाह द्वारा विद्यार्थियों को बताया गया कि भारत को स्वच्छ रखना भी एक बड़ी देशभक्ति है, और उन्होंने विद्यार्थियों से स्वच्छता अभियान को अपने जीवन में उतारने और भारत को स्वच्छ बनाने के लिए प्रतिबद्ध होने का आवाहन किया‌ भाषण के बाद, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला शुरू हुई। सबसे पहले, कक्षा 11वीं के विद्यार्थियों ने स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित एक नाटक प्रस्तुत किया, जिसमें 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से लेकर 1947 तक की घटनाओं को दर्शाया गया। नाटक में छात्रों ने अंग्रेजों के अत्याचार और भारतीयों के संघर्ष को बड़ी कुशलता से प्रस्तुत किया। नाटक के दौरान शहीदों के बलिदान के दृश्य ने सभी दर्शकों को भावुक कर दिया और तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा माहौल गूंज उठा। इसके पश्चात, सभी कक्षा  के छात्रों ने देशभक्ति गीतों ,आरम्भ है प्रचंड,ये देश है वीर जवानो का  'ऐ मेरे वतन के लोगों' और 'वंदे मातरम्'  पर प्रस्तुति दी। देश भक्ति गीतों ने पूरे वातावरण को देशभक्ति से सराबोर कर दिया। इसके बाद, कक्षा 8वीं की छात्राओं ने पारंपरिक भारतीय वेशभूषा में एक लोकनृत्य प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने भारतीय संस्कृति की विविधता और सुंदरता को उकेरा।
इसके साथ ही, विद्यालय के छात्रों के बीच एक भाषण और कविता प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के बारे में अपने विचार व्यक्त किए। कक्षा 7वीं के छात्र ने ‘शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले’ कविता सुनाकर सभी का दिल जीत लिया इस प्रतियोगिता में छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम मे प्री प्राइमरी व प्रथम व द्वितीय कक्षा के विद्यार्थियों ने स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नायकों की वेशभूषा में एक शानदार फैंसीड्रेस कार्यक्रम हुआ। इस फैंसीड्रेस  में भगत सिंह, रानी लक्ष्मीबाई, महात्मा गांधी, और बाल गंगाधर तिलक जैसी महान विभूतियों का रूप धारण किए हुए, छात्र-छात्राओं ने सबका मन मोह लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य था कि बच्चों को उनके इतिहास और राष्ट्रीय नायकों के योगदान के बारे में जागरूक किया जा सके समारोह का समापन उपप्रधानाचार्य   महेंद्र सिंह  परिहार द्वारा सभी प्रतिभागियों और आयोजन समिति को धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह स्वतंत्रता दिवस केवल एक दिन के उत्सव के रूप में नहीं बल्कि हमारे देश के प्रति हमारे कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को याद करने के दिन के रूप में मनाया जाना चाहिए। इसके बाद, मिठाई का वितरण किया गया, जिससे सभी छात्रों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई।
इस प्रकार, पंचशील में मनाया गया स्वतंत्रता दिवस समारोह एक यादगार अनुभव बन गया, जिसमें सभी ने पूरे हर्षोल्लास के साथ हिस्सा लिया। यह समारोह न केवल विद्यार्थियों को भारत के गौरवशाली इतिहास से परिचित कराने में सफल रहा, बल्कि उनमें देशभक्ति की भावना को और भी प्रगाढ़ करने में सहायक सिद्ध हुआ।

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