
अतिथि गणों द्वारा मां सरस्वती एवं डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात स्वागत भाषण में नारायण निनामा द्वारा मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न माध्यमों से किए जाने वाले कार्यों केसंबंध में जानकारी दी उसके पश्चात अपने अध्यक्षीय भाषण मे विधायक धाकड़ द्वारा बताया गया कि समाज के प्रत्येक वर्ग को समानता का अधिकार मिले विशेष करके दलित वर्ग जो कि हमारे भाई हैं उनमें कहीं तक भेदभाव नहीं हो यही उद्देश्य डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा रखते हुए संविधान का निर्माण किया गया है उसी संविधान के अनुच्छेद के तहत हम सभी उसका पालन कर रहे हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होता है प्रत्येक व्यक्ति वहां स्वयंसेवक होता है संगठन के उच्च श्रेणी के पदाधिकारी भी हम आपस में एक दूसरे के साथ भोजन ग्रहण करते हैं मुगल काल के समय की मानसिकता के कारण जो भेदभाव की गलत परंपरा चली थी हम आज उसको पूर्ण रूप से समाप्त करने पर लगे हुए हैं हमारे संविधान में कहीं भी इस भेदभाव का उल्लेख नहीं है डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने अपना जीवन दलितों के उद्धार में और देश में आमूलचूल परिवर्तन में खफा दिया है मुख्य अतिथि के रूप में मांगीलाल जादम द्वारा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की बचपन मैं अंग्रेजों के समय प्रताड़ना संबंधी प्रेरक प्रसंग के रूप में उपस्थित सभी सदस्यों को बताया जिसमें अंग्रेजी शासन द्वारा किस प्रकार से दलित वर्ग पर अत्याचार किए जाते थे उनके साथ भेदभाव किए जाते थे उसके बारे में उन्होंने जानकारी दी इनके अलावा श्री अजय तिवारी आनंद जैन सभी ने अपना प्रेरणा प्राप्त उद्बोधन दिया।

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